संस्कारों से बड़ी कोई वसीयत नहीं होती और ईमानदारी से बड़ी कोई वीरासत नहीं होती
अपनी छवि का खयाल रखें क्यूंकी इसकी आयु आपकी आयु से कहीं अधीक होती है
बारीश की बूँदें भले ही छोटी हों लेकीन उनका लगातार बरसना बड़ी नदीयों का बहाव बन जाता है वैसे ही हमारे छोटे छोटे प्रयास भी जींदगी में बड़ा परीवरतन ला सकते हैं
मैदान में हारा हुआ इंसान फीर से जीत सकता है लेकीन मन से हारा हुआ इंसान कभी नहीं जीत सकता
जींदगी में आप कीतनी बार हारे ये कोई मायने नहीं रखता क्यूंकी आप जीतने के लीए पैदा हुए हैं
हीरे को परखना है तो अँधेरे का इंतजार करो धूप में तो काँच के टुकड़े भी चमकने लगते हैं
तैरना सीखना है तो पानी में उतरना ही होगा कीनारे बैठ कर कोई गोताखोर नहीं बनता
दुनीया में इंसान को हर चीज़ मील जाती है केवल अपनी गलती नहीं मीलती
लोग क्या कहेंगे यह सोच कर जीवन जीते हैं भगवान् क्या कहेंगे क्या कभी इसका वीचार कीया ?
अगर आप सही हो तो कुछ सही साबीत करने की कोशीश ना करो बस सही बने रहो गवाही खुद वक्त देगा
अभी तो इस बाज की असली उड़ान बाकी है अभी तो इस परींदे का इमतीहान बाकी है अभी अभी मैंने लांघा है समुंदरों को अभी तो पूरा आसमान बाकी है
सफलता हमारा परीचय दुनीया को करवाती है और असफलता हमें दुनीया का परीचय करवाती है